मध्य प्रदेश के भिंड जिले से दबंगों की दबंगई का एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। दबंगों ने एक महिला के मकान पर कब्जा कर पहले दुकानें बनाईं और फिर बुलडोजर चलाकर पूरे मकान को जमींदोज कर दिया। अब पीड़ित महिला न्याय की तलाश में दर-दर भटकने को मजबूर है।
न्यायालय का आदेश भी हुआ बेअसर
भिंड शहर के वार्ड क्रमांक-4 स्थित भदौरिया फार्म हाउस की रहने वाली 62 वर्षीय सरोज भदौरिया ने बताया कि कोरोना काल में अपने बीमार पति का इलाज कराने ग्वालियर जाने के दौरान उनके रिश्तेदारों ने मकान पर कब्जा कर लिया। वापस लौटने पर दबंगों ने महिला को मारपीट कर भगा दिया। न्यायालय ने सरोज के पक्ष में फैसला दिया, लेकिन दबंगों ने आदेश को नजरअंदाज कर मकान पर बुलडोजर चला दिया।
मकान की कहानी: रिश्तेदारों की बदली नियत
सरोज के मुताबिक, उनके ससुर ने 1978 में यह मकान खरीदा था, जो 2010 में उनके पति के नाम पर हो गया। पति की मानसिक स्थिति ठीक न होने के कारण सरोज ने मकान की रजिस्ट्री अपने नाम कराई थी। मकान की बढ़ती कीमत देखकर रिश्तेदारों की नियत खराब हो गई, और उन्होंने कब्जा कर लिया।
पुलिस-प्रशासन से न्याय की गुहार
अब सरोज भदौरिया ग्वालियर में अपने भाई के घर रहने को मजबूर हैं और भिंड पुलिस से लगातार न्याय की मांग कर रही हैं। डीएसपी हेडक्वार्टर दीपक तोमर ने मामले में उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया है।
बुलडोजर की दबंगई
आमतौर पर बुलडोजर का उपयोग अवैध अतिक्रमण हटाने के लिए होता है, लेकिन भिंड में दबंगों ने इसका इस्तेमाल न्यायालय के आदेश को ताक पर रखकर कब्जा करने के लिए किया। यह घटना प्रशासन और कानून व्यवस्था पर बड़े सवाल खड़े करती है।
पीड़िता के लिए न्याय की मांग और दबंगों पर सख्त कार्रवाई की जरूरत है।